How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good Subconscious Mind Power
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ दरवाजे बनà¥à¤¦ करके दीवारों को रगड़ना शà¥à¤°à¥ किया और आकाश की तरह बिलà¥à¤•à¥à¤² और साफ सादा घाटा कर डाला। उधर चीनी अपना काम पूरा करके खà¥à¤¶à¥€ के कारण उछलने लगे।
" इस तरह वह लड़का कबà¥à¤° का हाल बयान करता था और खून के आंसू उसकी आंखों से टपकते जाते थे। à¤à¤• मसखरे ने ये शबà¥à¤¦ सà¥à¤¨à¤•à¤° अपने आप से कहा, "पिताजी! à¤à¤—वानॠकी कसम, मालूम होता है कि ये लोग इस लाश को हमारे घर ले जा रहे हैं।"
"आपकी इन छोटी-छोटी बातों के समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ से मà¥à¤à¥‡ शरà¥à¤® आती है।"
"कà¥à¤¯à¤¾ मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• गरà¥à¤®à¥€ के दिन की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ दूà¤?
साधॠने कहा, "अरे à¤à¤²à¥‡ आदमी! तू बिना सूचना दिये मेरी à¤à¥‹à¤‚पड़ी में कैसे आ गया।"
इसलिठठमनà¥à¤·à¥à¤¯, तू अपने जीवन में इस बात को अचà¥à¤›à¥€ तरह समठजा कि परलोक में तेरा कà¥à¤¯à¤¾ परिणाम होगा और विदà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के जानने से अधिक तेरे लिठयह अचà¥à¤›à¤¾ है कि तू अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª को जाने]१
दैवयोग से पांच दिन तक कोई फल हवा से नहीं à¤à¤¡à¤¼à¤¾à¥¤ à¤à¥‚ख की आग ने साधॠको बेचैन कर दिया। उसने à¤à¤• डाली की फà¥à¤¨à¤—ी पर अमरà¥à¤¦ लगे हà¥à¤ देखे। परनà¥à¤¤à¥ सनà¥à¤¤à¥‹à¤· से काम लिया और अपने मन को वश में किये रहा। इतने में हवा का à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥‹à¤‚का आया कि शाख की फà¥à¤¨à¤—ी नीचे à¤à¥à¤• आयी, अब तो उसका मन वश में नहीं रहा और à¤à¥‚ख ने उसे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ तोड़ने के लिठविवश कर दिया। बस फिर कà¥à¤¯à¤¾ था, वृकà¥à¤· से फल तोड़ते ही इसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ टूट गयी। साथ ही ईशà¥à¤µà¤° का कोप पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤†, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसकी आजà¥à¤žà¤¾ है कि जो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ करो, उसे अवशà¥à¤¯ पूरा करो।
चौधरी शिवनाथसिंह शांडिलà¥à¤¯ (विकिपीडिया)
à¤à¤• माली ने देखा कि उसके बाग में तीन आदमी चोरों की तरह बिना पूछे घà¥à¤¸ आये हैं। read more उनमें से à¤à¤• सैयद है, à¤à¤• सूफी है और à¤à¤• मौलवी है, और à¤à¤• से बढ़कर à¤à¤• उदà¥à¤¦à¤‚ड और गà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤– है। उसने अपने मन में कहा कि à¤à¤¸à¥‡ धूरà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को दंड देना ही चाहिà¤, परनà¥à¤¤à¥ उनमें परसà¥à¤ªà¤° बड़ा मेल है और à¤à¤•à¤¾ ही सबसे बड़ी शकà¥à¤¤à¤¿ है। मैं अकेला इन तीनों को नहीं जीत सकता। इसलिठबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ इसी में है कि पहले इनको à¤à¤•-दूसरे से अलग कर दूं। यह सोचकर उसने पहले सूफी से कहा, "हजरात, आप मेरे घर जाइठऔर इन साथियां के लिठकमà¥à¤¬à¤² ले आइà¤à¥¤" जब सूफी कà¥à¤› दूर गया, तो कहने लगा, "कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨!
उसने सपने में देखा, उसके खचà¥à¤šà¤° को à¤à¤• à¤à¥‡à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‡ ने मार दिया है और उसकी पीठऔर जांघ के मांस के लोथड़े को नोच-नोचकर खा रहा है। उसकी आंख खà¥à¤² गयी। मन-ही-मन कहने लगा—यह कैसा पागलपन का सपना है। à¤à¤²à¤¾ वह दयालू सेवक खचà¥à¤šà¤° को छोड़कर कहां जा सकता है!
सूफी बोला, "जौ पानी में à¤à¤¿à¤—ो कर देना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि खचà¥à¤šà¤° बूढ़ा हो गया है और उसके दांत कमजोर हैं।"
यहाठकà¥à¤¯à¤¾ जà¥à¤¡à¤¼à¤¤à¤¾ हैपनà¥à¤¨à¥‡ से जà¥à¤¡à¥‡ बदलावविशेष पनà¥à¤¨à¥‡à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤Ÿ करने लायकसà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ कड़ीयह लेख उदà¥à¤§à¥ƒà¤¤ करें
राजा à¤à¤• साधॠसे परिचित थे, जो अपनी तपसà¥à¤¯à¤¾ और विदà¥à¤¯à¤¾ के कारण विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ था। साधॠà¤à¤• बड़ी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° लड़की थी। उसीसे राजा ने राजकà¥à¤®à¤¾à¤° का विवाह करने का निशà¥à¤šà¤¯ किया। साधॠके पास सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ साधॠबड़ा खà¥à¤¶ हà¥à¤† और विवाह के लिठराजी हो गया। राजा के लड़के और साधॠकी लड़की का विवाह हो गया।
मरà¥à¤¦ ने कहा, "अचà¥à¤›à¥€ बात है। मशक का मà¥à¤‚ह बनà¥à¤¦ कर। देखें, तो यह सौगात हमें कà¥à¤¯à¤¾ फायदा पहà¥à¤‚चाती है? तू इसे नमदे में सी दे, जिससे सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहे और बादशाह हमारी इस à¤à¥‡à¤‚ट से रोज़ खोले। à¤à¤¸à¤¾ पानी संसार à¤à¤° में कहीं नहीं। पानी कà¥à¤¯à¤¾, यह तो निथरी हà¥à¤ˆ शराब है।"